tag:blogger.com,1999:blog-4357481173344464761.post1233476718447044976..comments2023-11-02T20:37:27.806+05:30Comments on नव्यदृष्टि: डॉ. राधेश्याम शुक्लhttp://www.blogger.com/profile/17286181709521019647noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-4357481173344464761.post-3624792190782044192011-03-28T18:20:44.885+05:302011-03-28T18:20:44.885+05:30अब संसद सभा की बैठकों को दूरदर्शन पर लोग एक मशगले ...अब संसद सभा की बैठकों को दूरदर्शन पर लोग एक मशगले के तौर पर देखते हैं\ मनोरंजन हो जाता है, टैम पास हो जाता है... ऐसा ड्रामा और किस मंच पर मिलेगा :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4357481173344464761.post-11608335551669090352011-03-27T23:13:14.455+05:302011-03-27T23:13:14.455+05:30बेहतरीन ... सार्थक विवेचन
अफ़सोस की इन सबके बीच दे...बेहतरीन ... सार्थक विवेचन <br />अफ़सोस की इन सबके बीच देश की सोचने की फुर्सत किसी के पास नहीं.... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4357481173344464761.post-64201190517742811702011-03-27T20:14:41.623+05:302011-03-27T20:14:41.623+05:30लेख चिन्तनयुक्त...विचारणीय है।लेख चिन्तनयुक्त...विचारणीय है।Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.com